सूरजपुर

Surajpur Hatyakand Case: गुस्साई भीड़ ने कुलदीप साहू के चाचा के गोदाम में लगाई आग, NSUI ने आरोपियों से बनाई दूरी

Surajpur Hatyakand Case: छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में हुई प्रधान आरक्षक की पत्नी और बच्ची की निर्मम हत्या के बाद पूरे प्रदेश दहल गया है...

सूरजपुर,Surajpur Hatyakand Case:  छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में हेड कांस्टेबल की पत्नी और बेटी की निर्मम हत्या से पूरा प्रदेश हिल गया है. लोग आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वहीं, लोगों में जबरदस्त गुस्से का माहौल है. इसी बीच आज गुस्साए लोगों ने आरोपी कुलदीप साहू के घर पर हमला बोल दिया.दिया है और घर को आग के हवाले कर दिया है। वहीं बड़ी संख्या में लोगों ने नगर को भी बंद कर दिया है और लोग पुलिस थाना का भी घेराव कर दिया है। बताया जा रहा है कि, आरोपी NSUI का जिला महासचिव है।

भीड़ ने आरोपी के चाचा के गोदाम को लगाई आग

Surajpur Hatyakand Update : वहीं इस मामले में एक और बड़ा अपडेट निकलकर सामने आया है। प्रधान आरक्षक की पत्नी और बेटी की हत्या के बाद से गुस्साए लोगों ने आरोपी कुलदीप साहू के घर के बाद उसके चाचा के कबाड़ गोदाम में आग लगा दी। आग लगने के बाद गोदाम में रखे कई सिलेंडर में ब्लास्ट हुआ है। सिलेंडर में हुए धमाकों की आवाज से आस-पास रहने वाले लोग सहम गए हैं।

आरोपी से NSUI ने झाड़ा पल्ला

Surajpur Hatyakand Update : दूसरी तरफ सूरजपुर कांड के आरोपी से NSUI ने पल्ला झाड़ लिया है। NSUI के प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडेय ने सूरजपुर कांड के बाद बड़ा बयान देते हुए कहा कि, NSUI का कुलदीप साहू का कोई लेना देना नहीं है।

घर से पांच किलोमीटर दूर मिला था महिला और उसकी बेटी का शव

मिली जानकारी के अनुसार, घटना सूरजपुर जिले के कोतवाली थाना इलाके की है। जहां एक प्रधान आरक्षक की पत्नी और बेटी की हत्या कर दी गई है। बताया जा रहा है कि आरोपी कुलदीप साहू ने दोनों को मौत के घाट उतार दिया है। घटना देर रात की है। आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर देर रात प्रधान आरक्षक की पत्नी और बेटी का अपहरण किया, फिर दोनों को मौत के घाट उतार दिया। दोनों के शव घर से लगभग 5 किमी दूर खेत में मिला है। घटना की जानकारी मिलते ही SP सहित बड़ी संख्या में पुलिस टीम मौके पर पहुंचे हैं। फिलहाल पूरे मामले की जांच जारी है।

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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